कच्चे केले का आटा क्या है? (What is Raw Banana Flour?)
केला Vitamin A का एक बहुतअच्छा स्रोत है इसी कारण ये हमारी आंखों के लिए काफी फायदेमंद है। आपने आज तक गेंहू, बाजरा और रागी के आटे के बारे में बहुत सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी कच्चे केले के आटे के बारे में सुना है या कभी टेस्ट किया है। कच्चे केले का आटा और कुछ नहीं बल्कि कच्चे और सूखे हुए केले का पाउडर है।
अफ्रीका में कच्चे केले का आटा(Raw Banana Flour) लंबे समय से उपयोग में है। कच्चे केले का आटा(Raw Banana Flour) ग्लूटेन फ्री है। मतलब ये अनाज से बनने वाले आटे में पाए जाने वाला गोंद वाला पदार्थ नही होता है। कच्चे केले का आटाआप सामान्य आटे के साथ मिलाकर रोटी बनाने में इस्तेमाल कर सकते है। ज्यादात्तर इसका इस्तेमाल केक और बिस्कुट बनाने में करते है। ये हल्के गेहूं के आटे जैसा दिखता है। USDA के अनुसार यह ऊर्जा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत है।
केले का आटा कैसे बनाते हैं?
केले के आटे को बनाने में मेहनत काफी कम लगती है। हालांकि, केले का आटा बनाने की प्रक्रिया में कच्चे केले को छीलना, काटना, सूखाना और पीसना शामिल है। इसमें कैमिकल की मात्रा बहुत ही कम या बिल्कुल नहीं होती।
केले को छीलना और काटना : ये प्रक्रिया या तो हाथ से, पारंपरिक विधि के अनुसार, या एक यांत्रिक ग्राइंडर के साथ की जाती है।
सूखाना : केले को धूप या ओवन में सुखाया जाता है
पीसना : ग्राइंडरऔर मूसल में पीस लिया जाता है।
इस आटे का लगभग एक किलोग्राम उत्पादन करने में लगभग दस किलोग्राम हरे केले लगते हैं। इस आटे की खास बात ये है कि इसमें किसी तरह के प्रिसर्वेटिव और रंगो का इस्तेमाल नहीं किया जाता, जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही बेहतर है ।
केले के आटे के
स्वास्थ्य लाभ (
Health Benefits of Banana Flour) :
केले के आटे के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, इनमें निम्नलिखित शामिल हैं।
ग्लूटेन फ्री:
स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा फिक्र करने वाले लोगो के लिये केले का आटा बहुत अच्छा विकल्प है क्यों की कच्चे केले का आटा(Raw Banana Flour) ग्लूटेन फ्री है मतलब ये अनाज से बनने वाले आटे में पाए जाने वाला गोंद वाला पदार्थ नही होता है।यह आटा आदर्श विकल्प है क्योंकि यह लस मुक्त है।
प्रतिरोधी स्टार्च:
पर्यावरण अनुसंधान और सार्वजनिक स्वास्थ्य पत्रिका में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, यह प्रतिरोधी स्टार्च का भी एक अच्छा स्रोत है, जो शरीर में घुलनशील फाइबर की तरह काम करता है। इससे शरीर को बेहतर तरीके से पचने में मदद मिलती है।
पोटेशियम से भरपूर:
जबकि केले में बहुत सारा पोटैशियम आटे के उत्पादन के दौरान नष्ट हो जाता है, फिर भी यह उसमें से कुछ को बरकरार रखता है। यह आपके रक्तचाप के प्रबंधन में मदद कर सकता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य की रक्षा हो सकती है।
वजन कम करें :
केले में फाइबर पाया जाता है जो हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत बेहतर है। और केला हमें काफी लम्बे समय तक पेट भरा होने का एहसास देता है, इस कारण से हमें कम भूख लगती है और एक्स्ट्रा कैलोरी खाने से बचते हैं। इसकी वज़ह से हमारा बढ़ता हुआ वज़न कम करने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगर को रखे नियंत्रित :
अगर आप केले को पकने से पहले तोड़ लेते हो तो, वो कच्चे केले में शुगर की मात्रा पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाती है, इसलिए इसमें प्राकृतिक तौर पर मौजूद शर्करा की मात्रा बहुत कम होती है। कच्चे केले में काफी कम मात्रा में स्टार्च होता है। उस वजह से आसानी से पच जाता है और रक्त में बह रहे ग्लूकोज को अवशोषित कर इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने का काम करती है।